Beautiful Romantic Poem -कल रात कुछ सुकून के पल मेरे घर आए थे

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Hindi Poem
कुछ सुकून के पल

विचारों के प्रवाह में जब शब्दों का मिलन हो जाता है तो भावनाओं का दरिया निकल पड़ता है फिर वो बिना रुके अपनी अंनत यात्रा पर निकल जाता है और अंत में सोच के समंदर  में मिल जाता है और एक कविता जन्म होता है जो बताता है की सपने में भी कुछ सुकून के पल होते है 

कल रात कुछ सुकून के पल मेरे घर आए थे
कल रात कुछ सुकून के पल मेरे घर आए थे

आँखें खुली तो तुम बहुत याद आए थे कल रात कुछ सुकून के पल मेरे घर आए थे

कुछ सुकून के पल

मेरे घर आए थे

जब वो मुझसे

मिलने आए थे

ये ख्वाब का

एक हिस्सा है

हम नींद में

बहुत घबराये थे

बात क्या हुई

कुछ याद नही

पर वो हमेशा की तरह

खूब मुस्कुराए थे

माथे पर लाल सी बिंदी

गालों पर घूमती लट

और हाथो में

एक गुलाब लाए थे

घर अब भी खुशबू से

महक रहा था

मन अंदर ही अंदर

चहक रहा था

दिल को टटोला तो

बहुत ज़ोर से धड़क रहा था

जाड़ों के दिनों में

पसीना टपक रहा था

थोड़ा अचरज हुआ

थोड़ा खुद को संभाला था

तुम फिर कब आओगी

ये मेरा सवाल पुराना था

मेरा ख्वाब

आगे बढ़ रहा था

में नींद में था और सूरज

आसमान चढ़ रहा था

आँखें खुली

तो तुम बहुत याद आए थे

कल रात कुछ सुकून के पल

मेरे घर आए थे

जब वो मुझसे

मिलने आए थे

~ संजय 

Emotional Hindi Poem-हर बड़े शहर में एक गाँव बसता है
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