Political Poem-शपथ हो गई , ईनाम भी मिल गया-पहले भारत फिर हिंदुस्तान अब न्यू इंडिया मिल गया
शपथ हो गई
ईनाम भी मिल गया
सोशल मीडिया पर
सलाम भी मिल गया
कमरा, कुर्सी , गाड़ी
पूरा सामान भी मिल गया
पजामा कुर्ता, कोट
वो भी नया सिल गया
स्याही लगा निशान
अब उँगलियों से मिट गया
लौट आये सब अपने अपने घरों को
आते ही उलझनों का जाम मिल गया
आपाधापी के इस जीवन में
सुकून से बैठा तो जवाब मिल गया
दो रोटी की तलाश में आदमी
न जाने किस किस से गले मिल गया
जिनसे कभी हाथ भी न मिलाया
हँस कर उनके गले तक मिल गया
मिल बैठेंगे जब चार यार संसद में
अमीरों को गरीबी मिटने का कारोबार मिल गया .
पहले भारत फिर हिंदुस्तान अब न्यू इंडिया मिल गया
@ Sanjay
Jhakkasss!!!!!
Beautifully summarized.
REALLY GREAT LINES SIR….🙂