हर सफ़े पर तेरा नाम आने लगा
मेरी धड़कनों को तेरा सलाम आने लगा
Romantic Poem On Love
नशा मुहब्बत का रहा ता-उम्र इस तरह
शाम होते ही तेरे यादों का जाम आने लगा
Romantic Poem On Love
महफ़िल सजा ली हमने भी हर रोज़ की तरह
फिर बुझे चिरागों से रोशनी का पैगाम आने लगा
Romantic Poem On Love
दौर पे दौर चला हर लम्हें ने अपनी बात कही
मज़ा हमको भी अब इस बज़्म में आने लगा
Romantic Poem On Love
इस कश्मकश में ये स्याह रात गुजर ही जाएगी
जब चाँद से भी तेरी बे-गुनाही का बयान आने लगा
Romantic Poem On Love
थक गई ये रात भी अब सूरज का इंतजार होने लगा
रोशनी ने दस्तक दी और साल का पहला दिन आने लगा
Romantic Poem On Love
ओस की बुँदे कुछ किस्से पुराने गुनगुना रही थी
ख़याल तेरी मुस्कराहट का सुबह सुबह आने लगा
Romantic Poem On Love
हर सफ़े पर तेरा नाम आने लगा
मेरी धड़कनों को तेरा सलाम आने लगा
Romantic Poem On Love
कविता पढ़ने के लिए शुक्रिया
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