अपने आतीत में जाने के बाद न जाने कितने सवालों का जन्म होता है कुछ सवाल तो ऐसे होते हैं किसका कोई जबाव नहीं होता। बस समय निकलता रहता है और हर रोज़ एक नया पहलु जुड़ जाता है जिसको समझना और समझाना थोड़ा मुश्किल भरा काम है फिर भी कोशिश जारी है
जिंदगी क्या है , कुछ पुराने किस्से, कुछ पुरानी यादें ,कुछ चाहतें ,कुछ सपने कुछ खुशियों के पल,कुछ गम की रातें ,बस यही है कुछ हक़ीक़त कुछ फ़साना ,जिंदगी का ताना बाना।
Don’t know how many questions arise after going into your past, some questions are such that there is no answer. Time passes like this and every day a new aspect is added, which is a bit difficult to understand and explain, yet the effort is on.
What is life, some old stories, some old memories, some desires, some dreams, some happy moments, some sad nights, this is just some reality, some imagination, the taunt of life.
जिंदगी का ताना बाना
फिर यादों का आना जाना
जिंदगी का ताना बाना
बचपन में
खिलौनों से
बस्ता और
स्कूल से
बचपन में वापिस जाना
बचपन का ताना बाना
दोस्त की अहमियत
दोस्तों की यारी
पर बिछड़े सब बारी बारी
कुछ अपने आप
कुछ मेरी भूल से
अब यादों का आना जाना
जिंदगी का ताना बाना
उम्र संभली तो
तो सब कुछ जाना
अपनो का प्यार
बड़ों का गुस्सा
सच में झूठ
झूठ का किस्सा
पर आंखों में
सब दिख जाना
इस अनुभव का आना जाना
जिंदगी का ताना बाना
उसका आना
खुश हो जाना
उसका जाना
गम हो जाना
ऊपर नीचे
सांसे जाना
मेरा उसका
ताना बाना
पर बात किसी को
नहीं बताना
दिल में रख के
खुद को सताना
माथे पर शिकन
फिर भी मुस्कान आना
जैसे पतझड़ में
पत्तियों का झड़ जाना
बहार आने पर
फिर से उग आना
रिश्तों की धूप छांव है
जिंदगी का ताना बाना
चेहरे के हाव भाव
झुर्रियों का आना
हिलते हुऐ हाथ
कदमों का लड़खड़ाना
खुली आंखों से भी
नजर कम आना
शुरू कहां से हुआ
और यहां तक आ जाना
कहानी का समझ न आना
जिंदगी का ताना बाना
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